अंडर-19 टीम के लिए ट्रायल में जब साई गए, तो उनका टैलेंट देखने की बजाय लोगों ने उनका शरीर देखा। उन्हें यह कहकर बाहर कर दिया गया कि वो बाकी खिलाड़ियों के मुकाबले “मोटे” हैं। यह बात किसी के भी मनोबल को तोड़ सकती थी, लेकिन साई ने हार नहीं मानी।
साई सुदर्शन कभी ‘मोटेपन’ की वजह से हुए रिजेक्ट, आज टीम इंडिया की शान बने

कभी वजन ज्यादा होने की वजह से तमिलनाडु की अंडर-19 टीम में शामिल न किए गए साई सुदर्शन (Sai Sudharsan) ने आज अपनी मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर भारतीय टीम में जगह बना ली है। उनकी कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो कभी ठुकराया गया हो या खुद पर शक करने लगा हो।
बचपन से खेल का माहौल
साई सुदर्शन का जन्म चेन्नई, तमिलनाडु में एक खेल से जुड़े परिवार में हुआ। उनके पापा एथलीट थे और मम्मी वॉलीबॉल की नेशनल प्लेयर। खेल उनके खून में था, लेकिन जब उन्होंने क्रिकेट चुना, तो रास्ता आसान नहीं था।
जब कहा गया “तुम मोटे हो”
अंडर-19 टीम के लिए ट्रायल में जब साई गए, तो उनका टैलेंट देखने की बजाय लोगों ने उनका शरीर देखा। उन्हें यह कहकर बाहर कर दिया गया कि वो बाकी खिलाड़ियों के मुकाबले “मोटे” हैं। यह बात किसी के भी मनोबल को तोड़ सकती थी, लेकिन साई ने हार नहीं मानी।
मेहनत से खुद को बदला
साई ने तय कर लिया कि अब सिर्फ खेलेंगे ही नहीं, बल्कि खुद को पूरी तरह बदल देंगे। उन्होंने डाइट पर ध्यान दिया, रोज एक्सरसाइज की, फिटनेस पर मेहनत की और साथ ही खेल को और निखारा। धीरे-धीरे उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपनी पहचान बना ली।
IPL में मिला बड़ा मौका

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और तमिलनाडु प्रीमियर लीग में अच्छे प्रदर्शन के बाद 2022 में उन्हें गुजरात टाइटन्स ने IPL में मौका दिया। IPL 2023 के फाइनल में उन्होंने 96 रन बनाकर अपनी काबिलियत साबित कर दी और हर किसी को अपना फैन बना लिया।
अब टीम इंडिया के हीरो
जब टीम इंडिया ने नए खिलाड़ियों को मौका देना शुरू किया, तो साई सुदर्शन को भी बुलाया गया। उन्होंने वनडे और टी-20 दोनों फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया। अब वो सिर्फ एक घरेलू खिलाड़ी नहीं, बल्कि भारत के लिए खेलने वाला एक दमदार बल्लेबाज बन चुके हैं।